हरि बोल हरे कृष्ण
सभी को प्रणाम। मैं श्लोक चाहता हु कि हम यहां भगवान के नाम जप, शास्त्र सम्मत बाते भी साझा करे ताकि सभी लोग ब्रह्मचारी बने।
जो व्यक्ति रोज भगवान का नाम जपता है और उनका स्मरण करता है भगवान उसकी बुद्धि शुद्ध करते है। आप सभी से आग्रह है कि मन लगे न लगे, जोर से हो या धीरे धीरे लेकिन नाम जप जरूर करे।
ब्रह्मचर्य के कुछ basic नियम है
-
नाम जप
आपको जो नाम प्रिय हो, राम, हरि, कृष्ण, राधा, जगन्नाथ, शिव, गणेश आप उनका नाम जप कर उनका चिंतन करे। खाने से पहले, पढ़ाई से पहले, काम से पहले, उठने के तुरंत बाद, फ्री समय में, किसी भी स्थान पर आप नाम जप कर सकते है। यहां तक की शौचालय में भी आप नाम जप कर सकते है इसमें कुछ गलत नही है। भगवान स्वयं कहते है कि मेरा नाम तुम हर परिस्थिति, हर जगह, में ले सकते हो। -
भोजन
आपका भोजन भी आपके मन पर बहुत प्रभाव डालता है तो कृपा करके मांस, मछली, अंडा खाना बंद करे क्योंकि जानवरो में भी प्राण होते है, भावना होती है इन्हे मारना और खाना पाप है। इस पर कोई तर्क नहीं हो सकता। प्याज और लहसुन खाना पाप नही है क्युकी ये जमीन के भीतर ही उगते है लेकिन प्याज और लहसुन तमोगुणी है इसलिए इसे खाना माना किया जाता है।
आपका खाना सात्विक हो। ध्यान रखे जब खाना बनाए तब हमेशा भगवान का नाम जप और चिंतन करते हुए खाना बनाए। आपकी माता जी खाना बना रही हो तो रसोईघर में मोबाइल में कोई भी भजन लगा दे। भगवान के बारे में चिंतन करेंगे तो वो vibration खाने में जाएगी और आपका भोजन पवित्र होगा। अन्न का अपमान कभी न करे। हमेशा आधा पेट खाना खाए। पानी ज्यादा पिए। हो सके तो हफ्ते में एक बार उपवास जरूर करे।
-
शारीरिक व्यायाम
आप युवा है तो सुबह जल्दी उठकर कम से कम आधा घंटा अपने शरीर को थकाए। आप walking कर सकते है, running कर सकते है, दंड बैठक, सूर्य नमस्कार, gym , करे। इससे दिन भर आपका शरीर हल्का महसूस होगा। हो सकता है पहले दिन करने के बाद अगले दिन आपको शरीर में दर्द हो तो ऐसा न सोचे की आज रहना देते है आज शरीर दुख रहा है, नही । बल्कि थोड़ा थोड़ा रोज करे फिर धीरे धीरे मेहनत ज्यादा करें। इससे आपका शरीर ताकतवर और आकर्षक होगा। -
जागरण
सूर्य देवता के उगने से पहले आप उठ कर देखिए आपको अपने आप पता चल जाएगा इसका फायदा क्या है । आप मुझे रिप्लाई करके बताइएगा😄 -
देखना, सुनना, बोलना
आप क्या देखते है, क्या सुनते है, क्या बोलते है इसका असर आपके विचार पर पड़ता है। गंदा दृश्य देखा, गंदा विचार आया, बुद्धि ने गंदा फैसला लिया, आपने गंदा कृत्य कर दिया। इसलिए जितना हो सके गंदे दृश्य, वचन, और गंदी बातो को सुनने से बचे।
आपके दोस्त अगर गाली देते है तो उनसे भी दूर रहे। तो करें क्या ?? किताब और साधु संतो से अच्छा मित्र कोई नही हो सकता। भागवत पुराण, रामायण, वेद, भगवद गीता, और अन्य किताबे पढ़ना शुरू करे। साधु संतो के वचन सुने। हो सके तो सत्संग में जाए। ( मैं youtube पर परम पूज्य बाबा प्रेमानंद जी महाराज को सुनता हु, आप भी सुन सकते है, ये सारी बाते उनके श्री मुख से सुनी और जानी वही आपको मैने यहां बता दी
बाकी मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हु आप सभी स्वस्थ हो, खुश हो, सफल हो
जय श्री हरि
हरे कृष्ण हरि बोल